۳ آذر ۱۴۰۳ |۲۱ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 23, 2024
मौलाना सैयद अशरफ अली ग़रवी

हौज़ा / हिजाब की अहमियत को बयां करते हुए कहा: पर्दा हजरत फातिमा ज़हरा स०अ० की कनीज़ों की निशानी है, पर्दा औरतों की इज्ज़त और हिफाज़त है, मोमिना लड़कियों और औरतों को उसकी पाबंदी करनी चाहिए! 

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, बघरा/मुजफ्फरनगर. मरजा ए आला दीनी आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली हुसैनी सीस्तानी द०ज़ि० के नुमाइंदे हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मौलाना सैयद अशरफ अली ग़रवी साहब क़िब्ला दरगाह आलिया बाबुल हवाएज बघरा की  सालाना इस्लाही मजलिसों में मजलिस पढ़ने के लिए दरगाह आलिया पहुंचे जहां अराकीने अंजुमन आरफी ने स्वागत किया!

दरगाह आलिया बाबुल हवाएज में हाज़री के बाद दरगाह आलिया कैंपस में दफ्तर नुमाइंदगी आयतुल्लाहिल उज़मा सीस्तानी द०ज़ि० लखनऊ के ज़ेरे एहतेमाम अराकीन ए अंजुमन आरफी की जानिब से शरई सवालात व जवाबात कैंप में तशरीफ़ लाए और उसके बाद मजलिस पढ़ी!

मौलाना सैयद अशरफ अली ग़रवी साहब क़िब्ला ने इस्लामी हिजाब की अहमियत को बयां करते हुए कहा: पर्दा हजरत फातिमा ज़हरा स०अ० की कनीज़ों की निशानी है, पर्दा औरतों की इज्ज़त और हिफाज़त है, मोमिना लड़कियों और औरतों को उसकी पाबंदी करनी चाहिए! 

मौलाना सैयद अशरफ अली ग़रवी साहब क़िब्ला ने मरजा ए आला दीनी आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली हुसैनी सीस्तानी द०ज़ि० की नसीहतों को बयां करते हुए कहा: हमें हर मैदान में आगे बढ़ना चाहिए चाहे वह दीनी तालीम का मैदान हो या असरी तालीम का मैदान हो, दीनी  तालीम व तरबियत के साथ आला असरी तालीम हासिल करें ताकि हमारे स्टूडेंट्स, डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, जो जहां भी हो वहां दीन की तब्लीग़ करे और दीन के खिलाफ उठने वाले सवालों का जवाब भी दे!

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